भीष्म साहनी

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कहानियाँ
ओ हरामजादे
फैसला
चीफ की दावत
चीलें
वाङ्चू
झूमर
अमृतसर आ गया है

 

जन्म

:

 8 अगस्त 1915, रावलपिंडी (अब पाकिस्तान में)

भाषा

:

हिंदी

विधाएँ

:

कहानी, उपन्यास, नाटक, आत्मकथा, बाल-साहित्य

प्रमुख कृतियाँ

             

             

             

             

                          

:

कहानी संग्रह : भाग्य-रेखा, पहला पाठ, भटकती राख, पटरियाँ, वाङचू, शोभायात्रा, निशाचर, पाली            

उपन्यास : झरोखे, कड़ियाँ, तमस, बसंती, मय्यादास की माड़ी, कुंतो, नीलू नीलिमा नीलोफर

नाटक : कबिरा खड़ा बजार में, हानूश, माधवी, मुआवजे

आत्मकथा : आज के अतीत

बाल-साहित्य : गुलेल का खेल, वापसी

अनुवाद : टालस्टाय के महान उपन्यास रिसरेक्शनसहित लगभग दो दर्जन रूसी पुस्तकों का सीधे रूसी से हिंदी में अनुवाद

संपादन : नई कहानियाँ (प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका)

सम्मान    

: हिंदी अकादमी, दिल्ली का ‘शलाका सम्मान’, साहित्य अकादमी पुरस्कार

निधन

:

सन 2003, (दिल्ली)

विशेष :  प्रगतिशील लेखक संघ से गहरा लगाव और 1973 से 1986 तक प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव। अफ्रो-एशियाई लेखक संघ से भी संबद्ध। पत्रकारिता और जन नाट्य संघ से लगाव और सक्रियता। कुछ नाटकों और फिल्मों में अभिनय भी किया। स्वातंत्रयोत्तर काल के समर्थ एवं प्रतिनिधि कथाकार।