जन्म |
: |
1861 (कोलकाता) |
भाषा |
: |
बांग्ला |
विधाएँ |
: |
कविता, उपन्यास, कहानी, नाटक, वैचारिक लेखन, शिशु साहित्य |
प्रमुख कृतियाँ |
: |
उपन्यास : गोरा, घरे बाइरे, चोखेर बाली, नष्टनीड़, योगायोग
कहानी संग्रह : गल्पगुच्छ, संस्मरण : जीवनस्मृति, छेलेबेला, रूस के पत्र
कविता : गीतांजलि, सोनार तरी, भानुसिंह ठाकुरेर पदावली, मानसी, गीतिमाल्य, वलाका
नाटक : रक्तकरवी, विसर्जन, डाकघर, राजा, वाल्मीकि प्रतिभा, अचलायतन, मुक्तधारा
अन्य :The Religion of Man, Nationalism
|
सम्मान |
: |
नोबेल पुरस्कार (1913) |
निधन |
: |
7 अगस्त 1941 |
|
|
|
विशेष |
: |
संगीत तथा चित्र कला में नई धारा के प्रवर्तक, विश्व भारती (शांतिनिकेतन) की स्थापना (1921), स्वतंत्रता संघर्ष में भागीदारी, अधिकांश रचनाओं का अंग्रेजी, हिंदी तथा अन्य अनेक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। |
|