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लाट साहब

अजित वडनेरकर


आम तौर पर खुद को तुर्रम खाँ समझनेवाले लोगों को व्यंग्य में लाट साब कहा जाता है। किसी जमाने में हिन्दुस्तान में लाट साब शब्द व्यंग्य से नहीं, बल्कि सचमुच आदर-सम्मान से कहा जाता था। वह जमाना था अंग्रेजों का और अंग्रेज हाकिम ही लाट साहब या लाटसाब कहलाता था। हालँकि लाटसाब कोई घोषित पदवी नहीं थी, लेकिन ब्रिटिश राज द्वारा भारत में नियुक्त सर्वोच्च अधिकारी, जो गवर्नर जनरल या वायसराय होता था, लॉर्ड कहलाता था। जाहिर-सी बात है कि इस लॉर्ड के मुल्क में खूब चर्चे होते थे। लिहाजा हिन्दी क्षेत्र में इस शब्द का आसान देशी रूप बना लिया गया - लाटसाब। लॉर्ड स्तर के अन्य महानुभावों का भी इंग्लैंड से आना-जाना होता रहता था, जिससे इस पदवी की ठसक और रुतबे की अच्छी-खासी धमक भारतीय जनमानस में बन गई जिसके चलते किसी भी ऊँचे ओहदेदार फिरंगी के लिए भी लाटसाब शब्द का इस्तेमाल किया जाने लगा। अंग्रेज गए, अंग्रेजी का लॉर्ड भी गया, मगर बोलचाल की जबान में लाटसाब शब्द आज भी हिन्दी में बसा हुआ है। खास तौर पर देहात में इसे खूब बोला जाता है।

अं ग्रेजी के लॉर्ड शब्द का मूल अर्थ वही है जो भारत में अन्नदाता शब्द का है। अन्नदाता अर्थात सर्वशक्तिमान ईश्वर, भगवान। प्राचीन काल में मनुष्य अपने भोजन के लिए स्वयं प्रबंध करता था मगर जब राज्य व्यवस्था का निर्माण और श्रम का मूल्यांकन शुरू हुआ तो मनुष्य का भोजन भुगतान पर निर्भर हो गया। अन्नदाता जैसे शब्द तभी जन्मे। जो शक्ति भोजन का प्रबंध करती है उसे ही अन्नदाता कहा गया। लॉर्ड (lord) शब्द बना है मध्यकालीन अंग्रेजी के हैफोर्ड halford से, जिसमें गृहपति, मुखिया, शासक, वरिष्ठ, ईश्वर आदि भाव समाहित थे। अंग्रेजी में लोफ (loaf) का अर्थ होता है ब्रेड, रोटी, जो बना है half अर्थातहैफ से। इस तरह लॉर्ड बना half + ward = loaf + ward से, जिसका अर्थ हुआ रोटी देनेवाला यानी स्वामी, मालिक। लॉर्ड का स्त्रीवाची है लेडी, जिसका पुराना रूप है लैफ्डी अर्थात loaf-kneader, जिसका मतलब हुआ आटा गूँथनेवाली। मगर भाव है स्वामिनी, मालकिन आदि। इसकी व्याख्या अन्नपूर्णा में भी तलाशी जा सकती है। बोलचाल की हिंदी में चाहे लॉर्ड शब्द न चलता हो, मगर लेडी शब्द तो यूँ रचाबसा है कि कुछ मामलों में तो उसका विकल्प नहीं मिलता। लेडी का बहुवचन लेडीज बहुत प्रचलित है। महिला सवारी के साथ तो हिंदी का कोई दूसरा शब्द प्रयोग में ही नहीं आता। उदाहरण के लिए लेडीज सवारी या लेडीज डिब्बा (कूपा) में नारी, स्त्री, महिला जैसे शब्द जोड़ कर देखें, फर्क साफ पता चल जाएगा।

अं ग्रेजी राज में ही एक और शब्द चलता था, लपटन साब । दरअसल, यह लैफ्टिनेंट lieutenant का देशी उच्चारण था। यह बना है पुरानी फ्रेंच के lieu+tenant से, जिसका अर्थ है स्थान का मालिक, मगर इसमें भाव है स्थानापन्न का। अर्थात वरिष्ठ अधिकारी की गैरमौजूदगी में जो काम सँभाले। जैसे डिप्टी, नायब आदि। इस शब्द का इस्तेमाल खास तौर पर सेना में ज्यादा होता है।


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