ऐ
हिंदी वर्णमाला का स्वर वर्ण। उच्चारण की दृष्टि से यह निम्नतर-मध्य, अग्र, अगोलित, दीर्घ स्वर है, जैसे- बैल। 'य' के पूर्व संध्यक्षर [अइ] के रूप में भी
उच्चरित होता है, जैसे- भैया, गैया, ऐयाश। कुछ शब्दों में इसका उच्चारण [अय्] भी है, जैसे- ऐतिहासिक।
ऐं
[अव्य.] 1. एक आश्चर्यसूचक शब्द; उत्सुकतासूचक अव्यय 2. बात को ठीक से न सुन पाने का संकेत देने के लिए प्रयोग किया जाने वाला शब्द।
ऐंकर
(इं.) [सं-पु.] किसी मनोरंजन आधारित या परिचर्यात्मक कार्यक्रम का संचालक; प्रस्तोता; प्रस्तुतकर्ता।
ऐंगल
(इं.) [सं-पु.] शूट के दौरान कैमरे के अलग-अलग कोण।
ऐंग्लोइंडियन
(इं.) [सं-पु.] एशियाई एवं यूरोपीय दंपत्ति की संतान; ऐसा व्यक्ति जिसके माता-पिता में से एक ब्रिटिश हो और एक भारतीय; आंग्ल-भारतीय।
ऐंचना
[क्रि-स.] 1. खींचना; तानना 2. बलपूर्वक कोई चीज़ अपनी ओर खींचना 3. अनाज को साफ़ करने के लिए सूप आदि में फटकना।
ऐंचाताना
[वि.] जिसकी दोनों आँखों की पुतलियों में सामंजस्य न हो (व्यक्ति); दोनों पुतलियाँ भिन्न-भिन्न दिशाओं में देखती हों; भेंगा।
ऐंचीला
[वि.] 1. खींचा जा सकने वाला 2. लचीला 3. खींचे जाने योग्य।
ऐंटी एयरक्राफ़्ट
(इं.) [वि.] (ऐसी तोप या प्रक्षेपास्त्र) जो हवा में उड़ते विमानों को मार गिराए; विमानभेदी।
ऐंटी-क्लॉक
(इं.) [सं-पु.] घड़ी की विपरीत दिशा में; दक्षिणावर्त।
ऐंटीबायोटिक
(इं.) [सं-पु.] जीवाणुरोधी रसायन; प्रतिजैविक अर्थात सूक्ष्म जीवों का विनाश करने वाली औषधि। [वि.] जीवाणुरोधी; प्रतिजैविक।
ऐंटेना
(इं.) [सं-पु.] (रेडियो, दूरदर्शन आदि में) तरंगों को भेजने या पकड़ने (प्रेषण या अभिग्रहण) के लिए प्रयुक्त तार 2. चींटी आदि कई छोटे जीवों में नाक के पास से
आगे को निकले हुए बाल जैसे सूक्ष्म अंग जो आस-पास से संवेदन ग्रहण करते हैं।
ऐंठ
[सं-स्त्री.] 1. ऐंठने की क्रिया या भाव 2. अकड़; ठसक; गर्व; घमंड 3. द्वेष; विरोध; हठ; दुराग्रह।
ऐंठन
[सं-स्त्री.] 1. ऐंठने की अवस्था या भाव 2. किसी वस्त्र, कागज़ आदि को कसकर मरोड़ने या बल देने से बनी स्थिति 3. मरोड़; बल; घुमाव 4. लपेट; पेंच।
ऐंठना
[क्रि-स.] 1. घुमाव देना; बल देना; मरोड़ना 2. तानना; खींचना; कसना 3. दबाव डालकर पैसे वसूल करना। [क्रि-अ.] 1. बल खाना; पेंच खाना 2. अकड़ना; तनना।
ऐंठू
[वि.] 1. अकड़बाज़; घमंड दिखाने वाला 2. दूसरों का माल ऐंठने वाला।
ऐंड़
[सं-पु.] 1. गर्व; ऐंठ; शान; घमंड; शेख़ी 2. पानी का भँवर। [वि.] 1. रद्दी; निकम्मा 2. जो डूब गया हो या वसूल न हो सके (धन)।
ऐंड़ना
[क्रि-अ.] 1. बदन तोड़ना; अँगड़ाना; ऐंठना 2. इतराना 3. सूख कर कड़ा पड़ जाना। [क्रि-स.] बल देना; ऐंठना।
ऐंड़ा
[सं-पु.] 1. बटखरा या बाट जो वज़न तौलने के लिए तराजू के साथ प्रयुक्त होता है 2. सेंध। [वि.] 1. ऐंठा हुआ या अकड़ा हुआ 2. टेढ़ा या तिरछा 3. अहंकारी।
ऐंड़ाना
[क्रि-अ.] 1. ऐंठ दिखाना 2. अँगड़ाई लेना 3. इतराना।
ऐंड़ा-बैंड़ा
(सं.) [वि.] 1. जो अपनी ठीक स्थिति में न हो 2. उलटा-पुलटा; आड़ा-तिरछा 3. ऊटपटाँग; अंडबंड।
ऐंदव
(सं.) [वि.] इंदु अर्थात चंद्र संबंधी। [सं-पु.] 1. चंद्र मास 2. मृगशिरा नामक नक्षत्र 3. चंद्रायण व्रत।
ऐंद्र
(सं.) [वि.] इंद्र से संबंधित। [सं-पु.] 1. इंद्र का पुत्र; जयंत; अर्जुन 2. ज्येष्ठा नक्षत्र 3. इंद्र का यज्ञांश।
ऐंद्रजालिक
(सं.) [वि.] इंद्रजाल या सम्मोहन द्वारा किए गए जादू से संबंधित; इंद्रजाल द्वारा जादू दिखाने वाला।
ऐंद्रि
(सं.) [सं-पुं] 1. इंद्र का पुत्र; जयंत; अर्जुन 2. कौवा।
ऐंद्रिय
(सं.) [वि.] 1. इंद्रियों से संबंध रखने वाला; विषयी 2. इंद्रिय ग्राह्य; जिसका अनुभव इंद्रियों से हो सके 3. ज्ञानेंद्रियों का विषय।
ऐंद्री
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. दुर्गा का एक नाम 2. इंद्र-पत्नी; शची 3. इंद्र की स्तुति से संबंधित वैदिक मंत्र (ऋचा) 4. पूर्व दिशा 5. छोटी इलायची 6. एक प्रकार की
ककड़ी।
ऐंपियर
(इं.) [सं-पु.] विद्युत धारा की शक्ति मापने की इकाई या यूनिट।
ऐंप्लिफ़ाइअर
(इं.) [सं-पु.] ध्वनिवर्धक तथा विस्तारक यंत्र; आवाज़ को दूर तक गुँजाने वाला यंत्र।
ऐंबार्गो
(इं.) [सं-पु.] 1. प्रतिबंध या रोक 2. दूसरे देश से व्यापार पर रोक लगाने का शासनादेश 3. किसी समाचार को निर्धारित तिथि पर न छापने का आदेश।
ऐंबुलेंस
(इं.) [सं-स्त्री.] घायल एवं मरीज को अस्पताल पहुँचाने वाली गाड़ी।
ऐकपत्य
(सं.) [सं-पु.] 1. केवल एक व्यक्ति का पूर्ण प्रभुत्व; ऐकाधिपत्य 2. एकतंत्र शासन।
ऐकपदिक
(सं.) [वि.] 1. एक पदवाला 2. लँगड़ा 3. यास्क के निघंटु का एक नैगम।
ऐकांतिक
(सं.) [वि.] 1. एक ही विषय, वस्तु या व्यक्ति से संबंधित 2. सबसे भिन्न; अलग और निराला 3. बिना शर्त या अपवाद का; अकाट्य; पक्का 4. एकांत संबंधी।
ऐकांतिक-समाचार
(सं.) [सं-पु.] (पत्रकारिता) वह समाचार जिसे किसी विशेष संवाददाता ने खोज निकाला हो तथा सबसे पहले अपने समाचार-पत्र को दिया हो; (स्कूप)।
ऐकाग्र
(सं.) [वि.] दे. एकाग्र।
ऐकात्म्य
(सं.) [सं-पु.] एक से अधिक वस्तुओं के परस्पर घुलमिलकर एकरूपत हो जाने की अवस्था; तादात्म्य; एकात्मता।
ऐकार्थ्य
(सं.) [सं-पु.] 1. एक से अधिक शब्दों का एक ही अर्थ होने की अवस्था या भाव; अर्थ सामंजस्य 2. एक ही उद्देश्य या प्रयोजन का होना।
ऐकाहिक
(सं.) [वि.] 1. जिसका जीवन केवल एक दिन का हो 2. एक दिन में संपन्न होने वाला (कार्य, यज्ञ आदि)।
ऐक्ट
(इं.) [सं-पु.] 1. सरकार द्वारा बनाया गया कानून; अधिनियम 2. संगीत, नाटक आदि के विभाग; अंक 3. अभिनय।
ऐक्टर
(इं.) [सं-पु.] अभिनेता; कलाकार; नट; अभिनयकर्ता।
ऐक्टिंग
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिनय; किसी नाट्य विद्या, फ़िल्म आदि में कोई किरदार निभाना 2. नकल करना।
ऐक्ट्रेस
(इं.). [सं-स्त्री.] अभिनय करने वाली स्त्री; अभिनेत्री; नायिका।
ऐक्य
(सं.) [सं-पु.] एक का भाव; एकता मेल; समाहार।
ऐक्यूप्रेशर
(इं.) [सं-पु.] शरीर के कुछ विशेष स्थानों पर किसी चीज़ से दबाकर चिकित्सा करने की एक पद्धति।
ऐक्शन
(इं.) [सं-पु.] (फ़िल्म) कलाकारों द्वारा किया गया कार्य तथा कैमरा मूवमेंट आदि।
ऐक्षव
(सं.) [वि.] 1. ईख से उत्पन्न या ईख के रस से बना हुआ 2. ईख संबंधी। [सं-पु.] 1. गुड़; मिसरी; शक्कर 2. ईख के रस से बनी एक तरह की शराब।
ऐक्ष्वाक
(सं.) [सं-पु.] 1. इक्ष्वाकु कुल में उत्पन्न 2. इक्ष्वाकुओं द्वारा शासित एक प्राचीन राज्य। [वि.] इक्ष्वाकु संबंधी।
ऐक्सप्लॉइट
(इं.) [क्रि-स.] स्वार्थ साधना; शोषण करना।
ऐक्सिडेंट
(इं.) [सं-पु.] 1. दुर्घटना; अप्रत्याशित घटना 2. इत्तफ़ाक; संयोग।
ऐच्छिक
(सं.) [वि.] 1. स्वेच्छा पर अवलंबित 2. इच्छानुसार; मनमाना 3. वैकल्पिक; जो विकल्प अपनी इच्छानुसार चुना जा सकता हो।
ऐज़न
(अ.) [अव्य.] 1. उसी तरह 2. उपर्युक्त; फिर वही; किसी अंक या शब्द को दुहराने से बचने की ख़ातिर प्रयुक्त चिह्न; इसका संकेत ऐसे (") किया जाता है; डिट्टो (इं.)
का चिह्न।
ऐज़ाज़
(अ.) [सं-पु.] इज़्ज़त; आदर; प्रतिष्ठा; सम्मान।
ऐटम
(इं.) [सं-पु.] पदार्थ का सूक्ष्मतम कण; परमाणु; एटम।
ऐटमबम
(इं.) [सं-पु.] परमाणु बम; वह बम जो प्रक्षेपित होकर अपने अणुओं के विखंडन से अत्यंत शक्तिशाली (विनाशकारी) विस्फोट करता है।
ऐटमिक
(इं.) [वि.] ऐटमी; परमाणविक।
ऐड1
(सं.) [सं-पु.] पुरखा; पूर्वज। [वि.] 1. भेड़ से संबंधित 2. ताज़गीयुक्त; स्फूर्तिदायक; शक्तिवर्धक।
ऐड2
(इं.) [सं-पु.] विज्ञापन; (ऐडवरटाइज़मेंट)।
ऐडक
(सं.) [सं-पु.] भेड़ की एक जाति। [वि.] भेड़ का; भेड़ संबंधी।
ऐडजर्नमेंट
(इं.) [सं-पु.] स्थगन; किसी सभा या समिति का कार्य कुछ समय के लिए रोकना।
ऐडजस्टमेंट
(इं.) [सं-पु.] समंजन; समायोजन; सामंजस्य; अनुकूलन।
ऐडमिनिस्ट्रेटर
(इं.) [सं-पु.] 1. किसी सार्वजनिक संस्था अथवा राज्य या रियासत का प्रधान प्रबंधक 2. राज्य-क्षेत्र या स्थान विशेष की व्यवस्था संभालने हेतु नियुक्त अधिकारी;
प्रशासक।
ऐडमिरल
(इं.) [सं-पु.] 1. नौ सेनापति; समुद्री सेना का नायक या समुद्री सेनापति 2. युद्धक बेड़े का प्रधान सेनापति।
ऐडमिशन
(इं.) [सं-पु.] किसी शैक्षणिक संस्था में प्रवेश, भरती, दाख़िला।
ऐडवटोरियल
(इं.) [सं-पु.] लेख के रूप में विज्ञापन का प्रकाशन।
ऐडवरटाइज़
(इं.) [क्रि-स.] किसी उत्पाद को क्रय करने के लिए समाचारपत्र या टेलीविज़न आदि में विज्ञापन देना।
ऐडवर्टिज़मेंट
(इं.) [सं-पु.] विभिन्न सूचना माध्यमों, जैसे- अखबार, पत्र-पत्रिकाओं, पोस्टरों, पर्चियों आदि के द्वारा प्रसारित विज्ञापन; इश्तहार; प्रचार।
ऐडवांस
(इं.) [सं-पु.] अग्रिम धन; पेशगी रकम।
ऐडवोकेट
(इं.) [सं-पु.] वकील; कानूनविद; अधिवक्ता।
ऐडवोकेट जनरल
(इं.) [सं-पु.] महाधिवक्ता; उच्च न्यायालय में सरकारी पक्ष की वकालत करने वाला कानूनविद या अधिवक्ता।
ऐडवोकेसी जर्नलिज़म
(इं.) [सं-पु.] पक्षधर पत्रकारिता।
ऐडहाक
(इं.) [वि.] तदर्थ; किसी विशेष कार्य के लिए की गई सामयिक व्यवस्था।
ऐडिशनल
(इं.) [ वि.] अतिरिक्त; अपर।
ऐतबार
(अ.) [सं-पु.] विश्वास; भरोसा।
ऐतरेय
(सं.) [सं-पु.] 1. इतर ऋषि के वंशज 2. ऋग्वेद का एक ब्राह्मण (ऐतरेय ब्राह्मण) तथा आरण्यक (ऐतरेय आरण्यक) ग्रंथ 3. ऐतरेय द्वारा रचे गए ब्राह्मण ग्रंथ या
उपनिषद।
ऐतिहासिक
(सं.) [वि.] 1. इतिहास में उल्लिखित 2. इतिहास संबंधी 3. {ला-अ.} कोई बहुत महत्वपूर्ण तथा स्मरणीय घटना, जैसे- विश्व कप क्रिकेट में भारत की ऐतिहासिक जीत।
ऐतिहासिकतावाद
(सं.) [सं-पु.] 1. इतिहास से संबंधित एक सिद्धांत जो केवल इतिहास सिद्ध बातों में विश्वास करता है, अनुमान या संभावनाओं में नहीं।
ऐतिहासिक समाजशास्त्र
(सं.) [सं-पु.] समाज की सभ्यता तथा उसमें होने वाले परिवर्तन और विकास का विश्लेषण करने वाला विज्ञान।
ऐतिह्य
(सं.) [वि.] अनुश्रुत; परंपरा से प्राप्त प्रमाण या उपदेश।
ऐन1
(सं.) [सं-पु.] 1. अयन; चाल; गति 2. रास्ता; मार्ग 3. स्थान; घर; निवास।
ऐन2
(अ.) [सं-पु.] 1. स्रोत; पानी का चश्मा या सोता 2. यथार्थ; वास्तविक; वाकई 3. नेत्र; नयन; आँख। [वि.] 1. जैसा होना चाहिए, ठीक वैसा ही 2. बिल्कुल नियत; सटीक,
जैसे- ऐन उसी वक्त पर पुलिस आ गई।
ऐन-इनायत
(अ.) [सं-स्त्री.] परम अनुग्रह; सच्ची कृपा; उपकार।
ऐनक
(अ.) [सं-स्त्री.] आँखों पर लगाने का चश्मा; स्पष्ट देखने (दृष्टि-दोष में) तथा नेत्र की सुरक्षा हेतु आँखों पर पहना जाने वाला उपकरण।
ऐनकसाज़
(अ.+फ़ा.) [सं-पु.] चश्मा निर्माता; चश्मा बनाने वाला व्यक्ति।
ऐनिवंश
(सं.) [सं-पु.] सूर्यवंश।
ऐपन
(सं.) [सं-पु.] 1. चावल तथा हल्दी को एक साथ पीस कर बनाया गया लेप जो पूजा आदि मांगलिक कार्यो में प्रयुक्त पात्रों कलश आदि पर थापा या लगाया जाता है 2. शुभ
अवसरों पर पिसे चावल के घोल से फ़र्श और दीवारों पर किया जाने वाला मंगल चिह्नों का अंकन।
ऐपरेटस
(इं.) [सं-पु.] 1. औज़ार 2. साधन; उपकरण 3. प्रयोगशाला में काम आने वाले यंत्र।
ऐप्लीकेशन
(इं.) [सं-पु.] आवेदन; अर्जी; प्रार्थनापत्र।
ऐप्लीकेशन-फ़ार्म
(इं.) [सं-पु.] आवेदनपत्र; दरख़वास्त; प्रार्थनापत्र।
ऐफ़िडेविट
(इं.). [सं-पु.] शपथ-पत्र; हलफ़नामा।
ऐब
(अ.) [सं-पु.] 1. दुर्गुण; खोट; दोष; बुराई 2. कसर त्रुटि; भूल। [मु.] -निकालना : दोष बताना।
ऐबगो
(अ.+फ़ा.) [वि.] दूसरों में ऐब या दोष बताने या निकालने वाला; दूसरों की निंदा या नुक्ताचीनी करने वाला।
ऐबदार
(अ.+फ़ा.) [वि.] 1. जिस व्यक्ति या वस्तु में कोई दोष या ऐब हो; दोषयुक्त 2. दूषित; ख़राब।
ऐबसर्ड
(इं.) [सं-पु.] 1. निरर्थक; अर्थहीन; तर्कहीन 2. हास्यास्पद।
ऐबी
(अ.) [वि.] 1. एब युक्त 2. जिसके शरीर में दोष हो; विकलांग 3. नटखट; शरारती 4. अधम; दुष्ट।
ऐमेच्योर
(इं.) [सं-पु.] गैर व्यवसायिक दृष्टि से केवल शौक की ख़ातिर किसी कला का अभ्यास करने वाला; शौकिया कलाकार; वह व्यक्ति जो जीविका के लिए कला का अभ्यास न करता हो।
ऐया
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. आर्या (शब्द) का विकृत स्वरूप; बूढ़ी दादी आदि के लिए प्रयुक्त पारंपरिक लोकभाषागत संबोधन; दादी 2. माँ। [परप्रत्य.] एक प्रत्यय जो क्रिया
में लग कर उसके कर्ता का भाव प्रकट करता है, जैसे- नाचना से नचवैया।
ऐयार
(अ.) [सं-पु.] 1. धूर्त; चालाक; छली 2. ऐसा चतुर व्यक्ति जो वेष बदलकर कठिन से कठिन काम भी पूरा कर सकता हो; पुराने ज़माने का जासूस; अय्यार।
ऐयारी
(अ.) [सं-स्त्री.] 1. धूर्तता; चालाकी 2. वेश बदलकर काम निकालना; जासूसी करना; अय्यारी।
ऐयाश
(अ.) [सं-पु.] भोगविलास में रत व्यक्ति; कामुक; विषयी; व्यभिचारी।
ऐयाशी
(अ.) [सं-स्त्री.] 1. विलासिता; भोग-विलास 2. कामुकता; लंपटता; विषयासक्ति।
ऐरा-गैरा
(अ.) [वि.] 1. तुच्छ और अपरिचित 2. जिससे किसी प्रकार का मेल-जोल या परिचय न हो 3. सामान्य; उपेक्षणीय।
ऐरापति
(सं.) [सं-पु.] इंद्र का हाथी ऐरावत।
ऐराब
(अ.) [सं-पु.] अरबी-फारसी लिखावट में जेर, जबर और पेश (अ, इ, उ) की मात्राओं के चिह्न।
ऐरालू
(अ.) [सं-पु.] एक प्रकार की ककड़ी जो पहाड़ों पर पाई जाती है।
ऐरावण
(सं.) [सं-पु.] इंद्र का हाथी ऐरावत; जल से उत्पन्न।
ऐरावत
(सं.) [सं-पु.] 1. सागर-मंथन से उत्पन्न श्वेत वर्ण एवं चार दातों वाला स्वर्ग का वह हाथी जो पूर्व दिशा का दिग्गज है तथा इंद्र का वाहन माना जाता है 2. एक
प्रकार का इंद्र धनुष 3. पाताल निवासी नाग जाति का एक राजा 4. बिजली से चमकता हुआ बादल (मेघ) 5. वज्र।
ऐरावती
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. बिजली 2. ऐरावत की हथिनी 3. पंजाब में बहने वाली रावी (इरावती) नदी 4. वटपत्री नामक पौधा 6. म्यांमार की एक प्रसिद्ध नदी।
ऐरेय
(सं.) [सं-पु.] एक प्रकार की पुरानी शराब; मद्य विशेष।
ऐल
(सं.) [वि.] इला (धरती) संबंधी। [सं-पु.] 1. इला का पुत्र; पुरूरवा 2. मंगल ग्रह 3. कोलाहल 4. आंदोलन; खलबली 5. अलई नीम की कँटीली लता।
ऐलकोहॉल
(इं.) [सं-पु.] शराब, औषधि आदि के निर्माण में प्रयुक्त होने वाला मादक द्रव्य।
ऐलबम
(इं.) [सं-पु.] 1. वह ग्रंथनुमा फ़ाइल जिसमें छायाचित्र (फ़ोटोग्राफ़) संगृहीत किए जाते हैं 2. किसी एक कलाकार या किसी विशेष विषय या शैली के गीतों का रिकॉर्ड,
कैसेट या सी.डी. पर निकाला गया संग्रह।
ऐलर्जी
(इं.) [सं-स्त्री.] किसी विशेष वस्तु या पदार्थ जैसे कोई खाद्य पदार्थ, पराग कण, धूल आदि के प्रति शरीर के अतिसंवेदनशील होने के कारण उपजी बीमारी।
ऐलविल
(सं.) [सं-पु.] 1. कुबेर 2. मंगल ग्रह।
ऐलान
(अ.) [सं-पु.] दे. एलान।
ऐलोपैथ
(इं.) [सं-पु.] पाश्चात्य चिकित्सा प्रणाली या पद्धति अर्थात एलोपैथी द्वारा उपचार करने वाला डॉक्टर।
ऐलोपैथी
(इं.) [सं-स्त्री.] पाश्चात्य चिकित्सा प्रणाली।
ऐवरेज
(इं.) [वि.] 1. औसत 2. साधारण।
ऐवान
(फ़ा.) [सं-पु.] 1. महल; राजभवन 2. परिषद; संसद।
ऐवेन्यू
(इं.) [सं-पु.] वह चौड़ी सड़क जिसके दोनों ओर पेड़ लगे हों; हरियाली से सुसज्जित चौड़ी सड़क; वीथी।
ऐश
(अ.) [सं-पु.] 1. मज़ा; मौज 2. भोग-विलास; विषयवासना; विषय-सुख 3. सुख-सुविधापूर्ण जीवन स्थिति।
ऐशगाह
(अ.) [सं-पु.] विलास-गृह; वह स्थान जहाँ विषय-सुख प्राप्त किया जाता है; विलास-भवन; केलिभवन।
ऐश ट्रे
(इं.) [सं-पु.] बीड़ी-सिगरेट आदि बुझाने का पात्र; राखदानी।
ऐशपरस्ती
(अ.+फ़ा.) [सं-स्त्री.] ऐयाशी; विलासिता; विषयासक्ति।
ऐशपसंद
(अ.+फ़ा.) [वि.] 1. विलास प्रिय; विलासी 2. आराम पसंद।
ऐशान
(सं.) [वि.] 1. शिव से संबंध रखने वाला 2. उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) संबंधी।
ऐशिक
(सं.) [वि.] 1. शिव से संबंधित 2. ईश संबंधी।
ऐशोआराम
(अ.+फ़ा.) [सं-पु.] सुख-चैन; भोग-विलास तथा सुख-सुविधाएँ।
ऐशोइशरत
(अ.) [सं-स्त्री.] भोग-विलास; समृद्धि और सुख-चैन।
ऐश्वर
(सं.) [वि.] 1. ईश्वरीय; दैविक 2. शिव संबंधी; शिव से संबंध रखने वाला 3. शक्तिशाली 4. राजकीय 5. अनुपम 6. दिव्य 7. सर्वोपरि।
ऐश्वरी
(सं.) [सं-स्त्री.] दुर्गा।
ऐश्वर्य
(सं.) [सं-पु.] 1. ईश्वरीय संपदा; ईश्वरीय विभूति 2. वैभव; धन संपत्ति 3. अणिमा, महिमा आदि आठों सिद्धियों से प्राप्त अलौकिक शक्ति।
ऐश्वर्यवान
(सं.) [वि.] 1. वैभवशाली; संपन्न 2. संपत्तिशाली 3. प्रभुत्व संपन्न।
ऐश्वर्यशाली
(सं.) [वि.] ऐश्वर्यवान; धन-संपत्ति युक्त; प्रभुत्व संपन्न; वैभवशाली; संपन्न।
ऐष्टक
(सं.) [सं-पु.] ईंटों की जुड़ाई-चुनाई। [वि.] 1. ईंट से संबंध रखने वाला 2. ईट निर्मित (भवन)।
ऐसा
(सं.) [वि.] 1. इस प्रकार का; इस ढंग का 2. इसके समान; इस भाँति का।
ऐसिड
(इं.) [सं-पु.] अम्ल; तेज़ाब।
ऐसेट
(इं.) [सं-पु.] 1. धन तथा भू-संपत्ति; पूँजी 2. किसी व्यक्ति के उपयोगी गुण तथा विशेषताएँ।
ऐहलौकिक
(सं.) [वि.] इस लोक या संसार से संबंध रखने वाला; सांसारिक।
ऐहिक
(सं.) [वि.] भौतिक; सांसारिक; ऐहलौकिक।
ऐहिकतापरक
(सं.) [वि.] जिसका संबंध सांसारिक बातों से हो।