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					क्यों न कुछ निराला लिखेंइक नई देवमाला लिखें
 अँधेरे का राज चौतरफ
 एक तीली उजाला लिखें
 सच का मुँह चूम कर
 झूठ का मुँह काला लिखें
 कला भूल, कविता कराला लिखें
 न आला लिखें, निराला लिखें
 अमरित की जगह विष-प्याला लिखें
 इक नई देवमाला लिखें
 खल पोतें दुन्या पर एक ही रंग
 हम बैनीआहपीनाला लिखें
 
					* बैनीआहपीनाला - इंद्रधनुष के सात रंग |  
	       
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