जीवन जीना
दूभर - दुर्वह
भारी है!
मानों
दो नावों की
विकट सवारी है!
पैरों के नीचे
विष-दग्ध दुधारी आरी है,
कंठ-सटी
अति तीक्ष्ण कटारी है!
गल - फाँसी है,
हर वक्त
बदहवासी है!
भगदड़ मारामारी है,
गायब
पूरनमासी,
पसरी सिर्फ
घनी अँधियारी है!
जीवन जीना
लाचारी है!
बेहद भारी है!