hindisamay head


अ+ अ-

कविता

इंद्र जिमि जंभ पर बाड़व ज्यौं अंभ पर

भूषण


इंद्र जिमि जंभ पर बाड़व ज्यौं अंभ पर,
रावन सदंभ पर, रघुकुल राज हैं।
पौन बारिबाह पर, संभु रतिनाह पर,
ज्यौं सहस्रबाह पर राम-द्विजराज हैं।
दावा द्रुम दंड पर, चीता मृगझुंड पर,
'भूषन वितुंड पर, जैसे मृगराज हैं।
तेज तम अंस पर, कान्ह जिमि कंस पर,
त्यौं मलिच्छ बंस पर, सेर सिवराज हैं।।


End Text   End Text    End Text

हिंदी समय में भूषण की रचनाएँ