कविता
मुंतजीर अल जैदी निशांत
मैं मुंतजीर अल जैदी हूँ। मैंने ही जार्ज बुश पर
जूता फेंका था।
आप भूल जाए तानाशाह मुझे याद रक्खे।
तानाशाह जब तक बनते रहेंगे मैं भी रहूँगा मैं, मुंतजीर अल जैदी।
हिंदी समय में निशांत की रचनाएँ