कविता
हाऊ वाज द डे निशांत
हाऊ वाज द डे? कहकर चेहरे पे मौत की कालिख पोत दी सहकर्मी मित्र ने
नहीं पूछा - पति की तबियत कैसी है? - और भी कोई परेशानी? या कुछ भी और...
अँग्रेजी का एक वाक्य चीरकर चला गया मुझे
हिंदी में मैंने जवाब दिया - ठीकठाक। और घाव सील गई।
हिंदी समय में निशांत की रचनाएँ