रेत के ऊपर जल की पतली धार अठखेलियाँ करती निरंतर धार की नग्नता के कितने रूप-प्रकार शरीर-भाषा की लययुक्तता चुंबन-आलिंगन के अनवरत क्षण अंकित सब के बीच में जल प्यास सहित
हिंदी समय में ए. अरविंदाक्षन की रचनाएँ