असंख्य रूपों में जल बीथोवन की सिंफनी की तरह। प्रपात-सा प्रचंड कलरव-सा लयात्मक अथाह कभी-पारदर्शी जल सदैव प्रवहित जीवन के साथ जीवन की तरह
हिंदी समय में ए. अरविंदाक्षन की रचनाएँ