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कविता

कुल की कथा

रविकांत


तुम सोनी हो
तुम्हारी माँ पहले बाम्हन थीं
बहन सोनी है
बाबा सुनार थे
दादी ठकुराने से थीं
पिता सोनी हैं

मेरे बारे में जानकर क्या करोगे!
माँ धोबिन थीं
बहन काइथ है
बाबा काइथ थे
दादी नीच जात की थीं
पिता काइथ हैं

और क्या बताऊँ अपने बारे में!

बुनता हूँ आदमी की पहचान
गुनता हूँ सुख-दुःख
काशी के निकट

 


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