रामचरितमानस को छोड़ कर तुलसीदास की अन्य पाँच रचनाओं के नाम बताइए।
विनय पत्रिका, कवितावली, गीतावली, श्रीकृष्ण गीतावली और हनुमान चालीसा।
बाबर ने अपनी आत्मकथा 'बाबरनामा' किस भाषा में लिखी थी?
अपनी मातृभाषा चग़ताई तुर्की में। यह एक विलुप्त तुर्की भाषा है, जो कभी मध्य एशिया मध्य एशिया के विस्तृत क्षेत्र में बोली जाती थी। अधिकांश मुगल राजा तुर्की का ही इस्तेमाल करते थे।
द्रुत झड़ो जगत के जीर्ण पत्र - यह पंक्ति किस कवि की कविता से ली गई है?
सुमित्रनंदन पंत की कविता से।
क्या किसी और कवि ने भी इस आशय की पंक्तियाँ लिखी हैं ?
हाँ, जयशंकर 'प्रसाद' ने। 'कामायनी' के श्रद्धा सर्ग में वे लिखते हैं -
प्रकृति के यौवन का श्रृंगार
करेंगे कभी न बासी फूल,
मिलेंगे वे जाकर अति शीघ्र
आह उत्सुक है उनकी धूल।
सतसैया के दोहरे ज्यों नावक के तीर, देखन में छोटे लगैं, बेधें सकल शरीर - यह दोहा किस कवि की प्रशंसा में कहा गया था ?
बिहारीलाल की प्रशंसा में। उनके दोहे बिहारी सतसई में संकलित हैं। माना जाता है कि हर दोहे के लिए बिहारी को उनके आश्रयदाता महाराजा जय सिंह (जयपुर) द्वारा एक अशर्फी प्रदान की जाती थी।
हजारीप्रसाद द्विवेदी के उपन्यासों का नाम बताइए।
द्विवेदी जी ने चार उपन्यास लिखे थे - बाणभट्ट की आत्मकथा, चारु चंद्रलेख, पुनर्नवा और अनामदास का पोथा।
'चाँद का मुँह टेढ़ा है' किस कवि का कविता संग्रह है?
गजानन माधव मुक्तिबोध का। इसका प्रकाशन उनकी मृत्यु के बाद हुआ था। मुक्तिबोध के जीवन काल में उनका कोई कविता संग्रह प्रकाशित नहीं हो सका था।
नागार्जुन को किस कृति पर साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला था ?
'पत्रहीन नग्न गाछ' नाम के कविता संग्रह पर। यह नागार्जुन द्वारा मैथिली में लिखी गई कविताओं का संकलन है।
सुभद्राकुमारी चौहान की जीवनी का शीर्षक बताइए। यह जीवनी किसने लिखी है ?
'मिला तेज से तेज'। यह जीवनी सुभद्राकुमारी जी की बेटी सुधा चौहान ने लिखी है।