अगर मुँह में कौर भरा हो तो आप गा कैसे सकते हैं?
और आपके हाथ आशीर्वाद में कैसे उठ सकते हैं अगर मुट्ठी में सोना दबा हो?
हिंदी समय में खलील जिब्रान की रचनाएँ