हमारे भाई जीसस के तीन अजूबे ऐसे हैं जिन्हें आज तक लिखा नहीं गया।
पहला यह कि - वह आपकी और मेरी तरह एक इंसान ही था।
दूसरा यह कि - वह तर्कशील-बुद्धि का स्वामी था।
और तीसरा यह कि - पराजित होने के बावजूद वह जानता था कि वह विजेता है।
हिंदी समय में खलील जिब्रान की रचनाएँ