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लोककथा

फरिश्ता और मनुष्य

खलील जिब्रान

अनुवाद - बलराम अग्रवाल


ईश्वर का पहला चिंतन था - फरिश्ता।

ईश्वर का पहला शब्द था - मनुष्य।


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हिंदी समय में खलील जिब्रान की रचनाएँ