आदमी की गुणवत्ता इसमें नहीं है कि उसकी उपल्ब्धियाँ क्या हैं। उसकी गुणवत्ता इसमें है कि उपलब्धियों तक पहुँचने के उसके प्रयास क्या रहे।
हिंदी समय में खलील जिब्रान की रचनाएँ