1. सात जुलाई 1896 को लुमिअर ब्रदर्स ने मुंबई के वाट्सन होटल में 6 फिल्मों का पैकेज 'मैजिक लैंप' फिल्म दिखाई जो कि भारत में प्रदर्शित की गई पहली फिल्म थी। अगले ही साल इस फिल्म के पैकेज को कलकत्ता में भी दिखाया गया।
2. देश में पहली बार किसी घटना की फिल्म 1897 में भाटवडेकर ने उतारी। उन्होंने मुंबई के हैंगिंग गार्डन में हुई एक कुश्ती का फिल्मांकन किया था।
3. भारत में सबसे पहला चलचित्र कैमरा 1898 में कोलकाता के हीरालाल सेन ने खरीदा था। इससे वे राजा महाराजाओं की दिनचर्या और राज-प्रासादों का फिल्मांकन करके आम जनता को दिखाते थे।
4. 1901 में केंब्रिज विश्वविद्यालय से गणित की परीक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाले भारतीय छात्र आर पी परांजपे के भारत वापसी की घटना पर सावे दादा ने देश की पहली डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई।
5. 1902 में कलकत्ता के क्लॉसिकल थिएटर में के शशि ने ग्रामोफोन डिस्क पर पहला गीत रिकार्ड करवाया।
6. 1907 में एफ. मदान ने कलकत्ता में देश का पहला सिनेमा हॉल एल्फिन्सस पिक्चर पैलेस बनवाया।
7. 1912 में भारत की पहली थिएट्रिकल फिल्म 'पुंडलिक' प्रदर्शित हुई जो कि आर.जी. तोरणे ने बनाई थी।
8. 3 मई 1913 को देश की कहानी आधारित पहली फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' मुंबई के कोरोनेशन थिएटर में प्रदर्शित हुई जिसे दादा साहब फाल्के ने बनाया था।
9. देश की पहली फिल्म समीक्षा 5 मई 1913 को बाम्बे क्रानिकल अखबार में छपी। ये फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' की समीक्षा थी।
10. विदेश में प्रदर्शित हुई पहली भारतीय फिल्म भी 'राजा हरिश्चंद्र' थी जो कि 1914 में लंदन में दिखाई गई।
11. 1918 में कोहिनूर फिल्म कम्पनी की शुरुआत करने वाले द्वारिका दास संपत ने मूक फिल्मों में पार्श्व संगीत की शुरुआत की जिसमें पर्दे के करीब ही साजिंदे संगीत बजाते थे।
12. 1920 में बाबूराव पेंटर ने अपनी फिल्म वत्सला हरण के लिए पहली बार पोस्टर जारी किया।
13. दिसंबर 1913 में दादा साहब फाल्के की दूसरी फिल्म 'मोहिनी भस्मासुर' में पहली बार दो स्त्री कलाकारों ने काम करना स्वीकार किया। ये थी माँ-बेटी दुर्गाबाई और कमलाबाई। इससे पहले तक पुरुष ही स्त्री पात्र बनते थे।
14. किसी भारतीय फिल्म में काम करने वाली पहली विदेशी कलाकार अमेरिकी अभिनेत्री डोरोथी किंगडम थी जिन्होंने 1920 में निर्देशक सुचेत सिंह की फिल्म 'शकुंतला' में काम किया।
15. समकालीन सामाजिक कहानी पर बनी देश की पहली फिल्म 1921 में बनी धीरेन गांगुली की 'बिलात फेरत' थी।
16. 1924 में बनी 'काला नाग' देश की पहली थ्रिलर फिल्म थी।
17. 1925 में आई फिल्म 'लाइट आफ एशिया' जो कि भारत और जर्मनी के साझा प्रयास से बनी थी से पहली बार भारतीय फिल्मोद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
18. 1921 में प्रदर्शित फिल्म 'विदेशी वस्त्रों की होली' में पहली बार महात्मा गांधी किसी फिल्म में दिखाई दिए।
19. कोहिनूर फिल्म कंपनी की 1923 में आई फिल्म 'भक्त विदुर' देश में सरकार द्वारा प्रतिबंधित की जाने वाली पहली फिल्म थी। इसके कुछ दृश्य अंग्रेजों को नागवार गुजरे थे।
20. देश की पहली महिला निर्माता निर्देशक और लेखक फातमा बेगम थीं जिन्होंने 1925 की फिल्म 'बुलबुल-ए-परिस्तान' से इस नए चलन की शुरुआत की।
21. 1926 में निर्मित पेंढारकर बंधुओं की फिल्म 'वंदे मातरम आश्रम' पहली फिल्म थी जिस पर प्रदर्शित होने से पहले ही रोक लगा दी गई।
22. सिल्वर जुबली मनाने वाली देश की पहली फिल्म 1929 में आई 'कपाल कुंडला' थी।
23. देश की पहली सवाक फिल्म आर्देशिर ईरानी की 'आलम आरा' थी जो कि 1931 में मुंबई के मेजेस्टिक सिनेमा में दिखाई गई। पहली बार किसी फिल्म में 7 गाने भी थे। इसी फिल्म से फिल्मों को उसके पहले पार्श्व गायक वजीर मोहम्मद खान मिले।
24. 1933 में आई 'सैरंध्री' देश की पहली रंगीन फिल्म थी लेकिन इसका प्रिंट साफ न होने की वजह से ये रिकार्ड 'किसान कन्या' के नाम गया।
25. 'किसान कन्या' फिल्म की नायिका पद्मा को कलर फिल्म में काम करने वाली पहली नायिका होने के कारण कलर क्वीन का खिताब मिला था।
26. 1933 में बनी फिल्म 'कर्मा' देश की पहली अंग्रेजी सवाक फिल्म थी। विदेश में शूट होने वाली पहली भारतीय फिल्म भी यही थी। देश की पहली द्विभाषी फिल्म भी 'कर्मा' ही थी।
27. हिन्दी फिल्मों में चुंबन दृश्य की शुरुआत भी सबसे पहले 'कर्मा' से ही हुई।
28. 1935 में पहली बार शरतचंद के उपन्यास 'देवदास' पर इसी नाम से फिल्म बनी इसके बाद इन फिल्मों का सिलसिला चल पड़ा।
29. 1934 में आई फिल्म 'हंटरवाली' से देश में स्टंट फिल्मों की शुरुआत हुई।
30. फिल्म 'हंटरवाली' की नायिका अभिनेत्री नादिया देश की पहली स्टंट क्वीन थी।
31. बोलती फिल्मों में 1937 में आई 'नौजवान' पहली फिल्म थी जिसमें एक भी गाना नहीं था।
32. 1935 में आई फिल्म 'जवानी की हवा' से बालीवुड को इसकी पहली महिला संगीतकार मिली। नाम था सरस्वती देवी। ये असल में लखनऊ की एक पारसी महिला थीं।
33. 1939 में आई सोहराब मोदी की 'पुकार' देश की पहली ऐतिहासिक कथानक वाली फिल्म थी।
34. 1937 में इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन का गठन हुआ जो कि फिल्म व्यावसाइयों का देश में सबसे पहला संगठन था।
35. दुर्गा खोटे देश की पहली स्नातक शिक्षित नायिका थीं, जिन्होंने बोलती फिल्मों में काम किया। ये शादीशुदा होने के बाद फिल्मों में आईं।
36. 1941 में आई फिल्म 'किस्मत' ने कोलकाता के राक्सी टॉकीज में लगातार 3 साल 8 महीने चलकर रिकार्ड बनाया। ये पहली फिल्म थी जो एक ही थिएटर में इतने लंबे समय तक चली थी। 'किस्मत' का रिकार्ड बाद में 'शोले' और 'शोले' का रिकार्ड 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँ गे' ने तोड़ा।
37. 1944 में आई फिल्म 'चाँद' से हिंदी सिनेमा को उसकी पहली संगीतकार जोड़ी हुस्नलाल भगतराम मिली।
38. 1946 में आई फिल्म 'धरती के लाल' इप्टा द्वारा निर्मित पहली फिल्म थी। ये फिल्म संयुक्त रूसी सामराज्य में वितरित होने वाली पहली भारतीय फिल्म भी थी।
39. 1946 में आई चेतन आनंद की फिल्म 'नीचा नगर' कान फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब जीतने वाली पहली फिल्म थी।
40. 1951 में आई सोहराब मोदी की फिल्म 'झांसी की रानी' भारत की पहली टेक्नीकलर फिल्म थी।
41. 1954 में फिल्मफेयर पुरस्कारों की शुरुआत हुई।
42. सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का सबसे पहला फिल्मफेयर अवार्ड दिलीप कुमार ने फिल्म 'दाग' के लिए जीता।
43. सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का सबसे पहला फिल्मफेयर अवार्ड मीना कुमारी ने फिल्म 'बैजूबावरा' के लिए जीता।
44. सर्वश्रेष्ठ फिल्म का सबसे पहला फिल्मफेयर अवार्ड 'दो बीघा जमीन' को मिला।
45. 1956 में बिमल राय फिल्मफेयर पुरस्कारों की हैट्रिक पूरी करने वाले पहले निर्देशक बने थे। जिन्होंने 1953 ('दो बीघा जमीन'), 1954 ('परिनीता') और 1955 ('बिराज बहू') का अवार्ड जीता था।
46. सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पहला फिल्मफेयर बिमल रॉय को मिला।
47. सर्वश्रेष्ठ संगीत का सबसे पहला फिल्मफेयर फिल्म 'बैजू-बावरा' के लिए नौशाद को मिला।
48. सर्वश्रेष्ठ गीतकार का सबसे पहला फिल्मफेयर शैलेंद्र को 1959 में फिल्म 'यहूदी' के लिए मिला।
49. सर्वश्रेष्ठ गायक का सबसे पहला अवार्ड 1959 में लता मंगेशकर को 'मधुमती' के लिए मिला।
50. 1951 में आई राजकपूर की फिल्म 'आवारा' वैश्विक स्तर पर कामयाब होने वाली भारत की सबसे पहली फिल्म थी।
51. 1954 से फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की शुरुआत हुई।
52. 1954 में आई फिल्म 'जागृति' विद्यार्थी जीवन पर बनी देश की सबसे पहली फिल्म थी
53. मुंबई के मेट्रो थिएटर में आयोजित पहले फिल्मफेयर समारोह में ग्रेगरी पैक पहले गेस्ट आफ आनर थे।
54. 1952 में फिल्म 'बैजू बावरा' पहली फिल्म थी जिसमें शास्त्रीय संगीत के दो सबसे बड़े नामों उस्ताद अमीर खाँ और डीवी पलुस्कर ने जुगलबंदी की थी।
55. बैजयंती माला फिल्मफेयर अवार्ड ठुकराने वाली पहली अभिनेत्री थी। उन्हें 1955 की 'देवदास' के लिए सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर मिला था जबकि उनके मुताबिक वे मुख्य अभिनेत्री थीं।
56. साहिर लुधियानवी पहले गीतकार थे जिन्होंने प्रति गीत के हिसाब से मेहनताना लेने के बजाए प्रति फिल्म का एकमुश्त मेहनताना लेने का चलन शुरू किया।
57. रतन फिल्म के बाद संगीतकार नौशाद अली 25 हजार रुपये मेहनताना लेने वाले देश के पहले संगीतकार बन गए।
58. 1951 की फिल्म 'आन' के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनिया में पहली बार 100 वाद्य यंत्रों वाले आर्केस्ट्रा का प्रयोग हुआ था।
59. फिल्मों में बैक ग्राउंड स्कोर और साउंड मिक्सिंग की शुरुआत नौशाद ने की। अपनी फिल्म 'आन' के बैकग्राउंड स्कोर के लिए वे लंदन गए। ये सबसे पहली घटना थी जब बैकग्राउंड स्कोर के लिए कोई संगीतकार विदेश गया हो।
60. 1951 में बीबीसी के आर्केस्ट्रा ने नौशाद की बनाई धुन के साथ प्रोग्राम पेश किया। ये पहला मौका था जब किसी भारतीय फिल्म संगीतकार की धुन पर किसी पश्चिमी आर्केस्ट्रा ने प्रोग्राम दिया हो।
61. 'जादू' फिल्म के लिए नौशाद ने एकार्डियन, पियानो, कोंगा और स्पेनिश गिटार वाद्य यंत्रों को पहली बार किसी भारतीय फिल्म में इस्तेमाल किया।
62. फिल्म 'अंदाज' में पहली बार नायिका पियानो पर बैठकर गाना गाते दिखाई दी और उसके बाद ये एक कामयाब चलन बन गया।
63. साहिर लुधियानवी पहले गीतकार थे जिन्होंने अपने जमाने में संगीतकार से 1 रुपये ज्यादा लेने का चलन शुरू किया था।
64. 1957 में आई फिल्म 'मदर इंडिया' को बालीवुड की पहली आफीशियल रीमेक माना जाता है, यह महबूब खान की ही 1940 में आई फिल्म औरत का रीमेक थी।
65. 'मदर इंडिया' आस्कर पुरस्कारों की सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में नामित होने वाली पहली भारतीय फिल्म थी।
66. 'मदर इंडिया' के लिए कार्लोवी फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार पाने वाली नरगिस पहली भारतीय अभिनेत्री थीं।
67. 1959 में आई 'कागज के फूल' देश की पहली सिनेमास्कोप फिल्म थी।
68. 5 अगस्त 1960 को निर्देशक के आसिफ की फिल्म 'मुगले आजम' देश भर के 150 सिनेमाघरों में एक साथ रिलीज होने वाली पहली फिल्म थी।
69. 'मुगले आजम' के सिर्फ 1 गाने 'प्यार किया तो डरना क्या' को फिल्माने में 1 मिलियन रुपये का खर्च आया था जबकि समय एक पूरी फिल्म 1 मिलियन से कम में बन जाती थी।
70. 'मुगले आजम' फिल्म के ही एक अन्य गीत 'ऐ मोहब्बत जिंदाबाद' के लिए पहली बार 100 गायकों के कोरस स्वर का इस्तेमाल किया गया।
71. मुगले आजम के लिए पहली बार शास्त्रीय गायक बड़े गुलाम अली खाँ ने फिल्मों को अपनी आवाज दी और बदले में 25000 रुपये का भारी भरकम मेहनताना लिया जबकि उस दौर में मोहम्मद रफी जैसे बड़े गायक भी तीन-चार सौ रुपये लेते थे।
72. देश की पहली भोजपुरी फिल्म 1962 में आई 'गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो' थी।
73. 1963 में आई फिल्म 'मेरे महबूब' के शीर्षक गीत के लिए सिर्फ 4 वाद्यों का इस्तेमाल हुआ था।
74. देश की युद्ध आधारित पहली फिल्म 1964 में आई चेतन आनंद की फिल्म 'हकीकत' थी।
75. 1964 में आई सुनील दत्त की फिल्म 'यादें' भारत ही नहीं बल्कि विश्व सिनेमा की पहली फिल्म थी जिसमें सिर्फ एक ही अभिनेता था और पूरी फिल्म एक ही सेट पर फिल्माई गई थी।
76. 1969 की फिल्म आराधना से हिंदी सिनेमा में पहली बार सुपरस्टार शब्द चलन में आया और राजेश खन्ना पहले सुपर स्टार बने।
77. 1965 में आई फिल्म 'गाइड' पहली फिल्म थी जिसने फिल्मफेयर पुरस्कारों की चारों बड़ी श्रेणियों (सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार जीते।
78. 1969 में ही सिनेमा के लिए सबसे बड़े भारतीय पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार की शुरुआत हुई।
79. पहला फाल्के अवार्ड देविका रानी को मिला।
80. 1973 की फिल्म 'बॉबी' से बालीवुड में पहले पहल टीनएज लव स्टोरी और 'जंजीर' से अमिताभ बच्चन के दौर की शुरुआत हुई।
81. 1971 में दादा साहब फाल्के पर पहला डाक टिकट जारी किया गया।
82. 1975 में आई 'शोले' पहली फिल्म थी जिसने देश के 60 से ज्यादा थिएटरों में गोल्डन जुबली और 100 से ज्यादा थिएटरों में सिल्वर जुबली मनाई।
83. शोले पहली फिल्म थी जिसके संवादों का कैसेट जारी हुआ था।
84. 1974 की 'नया दिन नई रात' पहली फिल्म थी जिसमें एक ही अभिनेता ने 9 अलग-अलग भूमिकाएँ अदा की।
85. 1977 में मशहूर फिल्मकार सत्यजित राय ने अपनी पहली हिंदी फिल्म 'शतरंज के खिलाड़ी' बनाई।
86. 1941 में लक्स साबुन के प्रचार में नजर आने वाली लीला चिटनिस पहली अभिनेत्री थीं।
87. 1982 में आई फिल्म 'गांधी' के लिए आस्कर अवार्ड पाने वाली भानू अथैया पहली भारतीय थीं।
88. गीतकारों में सबसे पहला दादा साहब फाल्के 1991 में मजरूह सुल्तानपुरी को मिला।
89. कुमार सानू लगातार पाँच वर्षों तक फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड जीतने वाले पहले गायक बने।
90. 1967 में शर्मिला टैगोर बिकिनी में नजर आने वाली पहली अभिनेत्री थीं। फिल्म थीं 'एन इवनिंग इन पेरिस।'
91. 1995 में आई 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे' मुंबई के मराठा मंदिर सिनेमा हाल में 15 साल से भी ज्यादा समय तक चलने वाली पहली फिल्म बनी।
92. 1998 में आई 'छोटा चेतन' भारत की पहली 3-डी फिल्म थी।
93. 1999 में आई सुभाष घई की फिल्म 'ताल' भारत की पहली पूर्णतया बीमाकृत फिल्म थी।
94. 1999 में आई 'प्यार में कभी कभी' पहली फिल्म थी जिसमें सभी 300 कलाकार नवोदित थे।
95. लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय में जगह पाने वाले अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के पहले सितारे थे।
96. मशहूर संगीतकार नौशाद 2005 में आई फिल्म 'ताजमहल' का 86 साल की उम्र में संगीत देने वाले विश्व के पहले कलाकार थे।
97. 2009 में 'वाट्स योर' राशि में प्रियंका चोपड़ा ने 12 भूमिकाएँ निभाईं। ये पहला मौका था जब किसी अभिनेत्री ने ऐसा किया हो।
98. संगीतकार ए.आर. रहमान अकादमी अवार्ड पाने वाले पहले भारतीय संगीतकार बने। उन्हें ये सम्मान 2008 की फिल्म 'स्लमडाग मिलेनियर' के लिए दिया गया।
99. 'मुगले आजम' पहली फिल्म थी जिसे 2004 में ब्लैक एंड व्हाइट से कलर में पुनः प्रदर्शित किया गया और ये दोबारा हिट हुई।
100. शाहरुख खान की 2011 में आई 'रा-वन' पहली भारतीय फिल्म थी जिसकी लागत 175 करोड़ के आसपास पहुँची।