hindisamay head


अ+ अ-

कविता

ये कैसा जीवन

राजकुमार कुंभज


ये कैसा जीवन ?
सात-समुंदर लहरें, सात समुंदर मन
फिर जित देखूँ तित उलझन ही उलझन
पाइंट टू बी नोटेड यूअर ऑनर
कि मेरी मुझसे ही अनबन
ये कैसा जीवन?

 


End Text   End Text    End Text

हिंदी समय में राजकुमार कुंभज की रचनाएँ