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कविता

दूरी
लाल सिंह दिल


ये रास्ते धरती और मंगल के नहीं
जिन्हें राकेट नाप सकते हैं
ना यह रास्ते
दिल्ली और मास्को या वाशिंगटन के हैं
जिनको आप रोज नापते हैं
यह दूरी
जो हमारे और तुम्हारे बीच है
तीरों के नापने की है।


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