गरीबी बचपन से ही करती है युद्ध का अभ्यास बिना अस्त्र-शस्त्र के सीखती है युद्ध की कला-बाजियाँ युद्ध की बारीकियाँ युद्ध के दाँव-पेंच युद्ध की कूटनीति भूख के खिलाफ गरीबी इतनी आसानी से हारती नहीं है।
हिंदी समय में अरविंद कुमार खेड़े की रचनाएँ