इसी बगीचे में किसी पेड़ के पीछे छुपा बैठा होगा थानू मैं पुकारता हूँ बीस साल की दूरी से ...था ...नू... उस पेड़ के पीछे झड़ियों के बीच फँस कर अटका होगा समय वहाँ अभी तक थानू छिपा होगा थानू और मृत्यु के बीच अभी भी जरूर एक दूरी होगी ।
हिंदी समय में उदय प्रकाश की रचनाएँ
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कविताएँ