जिन्हें पूजा हो गए पत्थर पूजते-पूजते पत्थर लोग भी हो गए पत्थर देवता भी पत्थर पुजारी भी पत्थर सब पत्थर बस पत्थर ही पत्थर
हिंदी समय में मुकेश कुमार की रचनाएँ