एक प्रश्न खुद से -यह कैसा आभामंडल बनाया हैकहीं खो ना देना खुद कोभस्म न हो जाए तुम्हारी आत्मा...चलो उठोबाहर निकलोदेखो! घास के तिनकों पर मोती उगे हैं
हिंदी समय में आरती की रचनाएँ