बहुत सी बातें नहीं कहना चाहती मैं तुमसेमसलन आज मेरी उँगली चाकू से घायल हो गईऐसी छोटी छोटी बातें क्यूँ कहनातुमने कहा - दर्द भी अब मेरा है इसलिएऔर कोसों दूर बैठकर भी मेरे जख्मों में दवा लगा दी तुमनेइस तरह
हिंदी समय में आरती की रचनाएँ