झर रहा है
	धरती का सबसे प्राचीन
	और मीठा जल
	
	पास के हरे-भरे पेड़
	पानीदार हैं
	सुंदरता में बेजोड़
	
	झुरमुट में चिड़ियाँ
	गा रही हैं
	नर्मदा का जन्म गीत
	और यह क्रम
	है लगातार
	
	वत्सल-जल
	एक महान नदी को
	बनाए-बचाए रखने की ललक में
	दिख रहा साफ
	
	उत्कंठा से निकलती जा रही
	            नर्मदा
	                        आगे
	                                    बहुत आगे...