कविता
उदास लड़की हरप्रीत कौर
दुख उसे कोई नहीं बस धूप में बैठ कर सोचती है चिड़िया की तरह उड़ रहे दिनों के बारे में और उदास हो जाती है
हिंदी समय में हरप्रीत कौर की रचनाएँ