दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को उनके उपन्यास "द वेजिटेरियन" के लिए वर्ष
2016 के प्रतिष्ठित मैन बुकर इंटरनेशनल प्राइज के लिए चुना गया है। उनका यह
उपन्यास एक महिला द्वारा मांस का सेवन छोड़ देने और इसके विनाशकारी परिणामों के
बारे में है। "द वेजिटेरियन' उनका पहला उपन्यास है, जिसे स्मिथ ने अँग्रेजी
में अनुवाद किया है। अनुवाद से पहले ही यह पुस्तक मशहूर चुकी थी। यह पहला अवसर
है जब पुस्तक की लेखिका और अनुवादक, दोनों को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया
गया है। मैन बुकर इंटरनेशनल की 50 हजार पाउंड की पुरस्कार राशि हान कांग और
देब्रह स्मिथ में बँटेगी। हान कांग इस पुरस्कार के लिए नामित की जाने वाली और
इसे जीतने वाली दक्षिण कोरिया की पहली लेखिका हैं। बुकर प्राइज में अन्य
भाषाओं की अनूदित पुस्तकों को 2005 से शामिल किया जाने लगा था। मगर इसमें लेखक
की सब पुस्तकों को संपूर्णता में देखा जाता था। इस साल से हर बार यह पुरस्कार
लेखक की किसी एक विशेष कृति को दिया जायेगा। हान कांग की एक और पुस्तक "ह्यूमन
एक्ट्स" भी अंग्रेजी में उपलब्ध है। पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष बोएड
टॉनकिन ने कहा कि हान कांग का काम अविस्मरणीय, सशक्त और मौलिक था। हान के इस
उपन्यास के साथ-साथ इटली की लेखिका एलेना फेरांटे, अंगोला के जोसे एडुराडो
अगुआलुसा, चीन के यान लियांके, तुर्की के ओरहान पमुक एवं आस्ट्रिया के रॉबर्ट
सीथेलर को भी नामांकित किया गया था।
हान कांग का जन्म 27 नवंबर 1970 को क्वांग्जू में हुआ था। वह 10 साल की उम्र
में सियोल चली गईं थी। उन्होंने योंसे विश्वविद्यालय में कोरियाई साहित्य का
अध्ययन किया। उसके पिता उपन्यासकार हैं और भाई हान दांग रिम भी एक लेखक हैं।
सबसे पहले 1993 में हान कांग की पाँच कविताएँ 'लिटरेचर एंड सोसाइटी' में
प्रकाशित हुई थीं। हान की पहली पुस्तक "ए कंविक्ट्स लव" 1995 में प्रकाशित हुई
थी जिसके यथार्थवादी और गूढ़ आख्यान ने विश्व भर में लोगों का ध्यान आकर्षित
किया था। कोरियाई भाषा में प्रकाशित उनकी पुस्तकों में कहानी संकलन द फ्रूट ऑफ
माई वुमेन (2000); और द ब्लैक डियर (1998), योअर कोल्ड हैंड (2002), द
वेजीटेरियन (2007), ब्रेथ फाइटिंग (2010) और ग्रीक लेसंस (2011) जैसे उपन्यास
शामिल हैं। हान ने "द वेजिटेरियन" और "मंगोलियन मार्क" को हाथ से लिखा था
क्योंकि कंप्यूटर कीबोर्ड के बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने से उनकी कलाई
क्षतिग्रस्त हो गई थी। वह सियोल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट्स में रचनात्मक लेखन
पढ़ाती हैं।
हान कांग कॉलेज के समय से यी जेंग की कविता की एक पंक्ति - "मेरे विचार से
मनुष्यों को पौधे बन जाना चाहिए" से अभिभूत हो गई थीं। कांग ने इसकी व्याख्या
औपनिवेशिक काल की हिंसा के खिलाफ रक्षात्मक रवैये के रूप में की और इससे
प्रेरित हो कर सबसे सफल उपन्यास "द वेजिटेरियन" लिखा। यह उपन्यास तीन भागों
में विभक्त है जिसमें कथा को अलग-अलग पात्रों के दृष्टिकोण से आगे बढाया गया
है। ईजन हाय और उसके पति आम लोग हैं। पति मामूली महत्वाकांक्षा वाला और शरीफ
कर्मचारी है; पत्नी उदासीन लेकिन आज्ञाकारी पत्नी है। उनकी सपाट शादीशुदा
जिंदगी में बाधा तब आती है जब ईजन हाय, लगातार दिखने वाले भयानक दुस्वप्नों के
चलते शाकाहारी बनने का फैसला करती है क्योंकि वह पेड़ पौधों की तरह जीना चाहती
है। दक्षिण कोरिया में शाकाहारी होना असामान्य बात है और सामाजिक रीति-रिवाजों
का सख्ती से पालन किया जाता हैं। वहाँ ईजन हाय के फैसले को घिनौना विध्वंसक
कार्य माना जाता है। उसका निष्क्रिय विद्रोह विचित्र और भयावह रूपों में प्रकट
होता है, क्योंकि वह खाना बिल्कुल छोड़ देती है, जिनके कारण उसका अपने पति यौन
परपीड़न के कृत्यों को जायज ठहराता है। उसकी क्रूरताओं से तंग आ कर वह
आत्महत्या करने का प्रयास करती है और अस्पताल में भर्ती हो जाती है। वह अनजाने
में अपने जीजा, जो वीडियो कलाकार है, को मोहित कर लेती है। वह उसकी कामुक और
अव्यस्थित कलाकृतियों की केंद्र बिंदु बन जाती है, जबकि वह अपनी कल्पनाओं में
शरीर के बंदीगृह को त्याग कर एक पेड़ बन जाने की दिशा में असंभव हर्षोन्माद से
आगे बढ़ती जाती है। व्याकुल करने वाला, परेशानी भरा और सुंदर उपन्यास "द
वेजिटेरियन" आज के दक्षिण कोरिया के बारे में तो है ही, लेकिन यह उपन्यास
शर्म, इच्छा और हमारे द्वारा किसी दूसरे बंदी शरीर को समझने के कमजोर प्रयासों
के बारे में भी है।
हान कांग एक संगीतकार हैं और उनकी कला में रुचि है। "योअर कोल्ड हैंड" की
कहानी एक मूर्तिकार और उसकी मॉडल के इर्द-गिर्द घूमती है। हान कांग ने अपने
लिखे दस गानों की एक सीडी जारी की है जिसके सभी गानों को उन्होंने खुद गाया
था। हान कांग के उपन्यास "रेड एंकर" को सियोल सिंमुन स्प्रिंग लिटरेचरी
कंटेस्ट में पुरस्कृत किया गया था। उन्हें 1999 में उनके उपन्यास "बेबी बुद्ध"
के लिए 25वाँ कोरियन लिटरेचर नोवल अवार्ड और 2000 में टुडेज यंग आर्टिस्ट
अवार्ड से सम्मानित किया गया था। हान कांग 2005 में "मंगोलियाई मार्क" के लिए
यी जेंग लिटरेरी प्राइज, और 2010 में ब्रेथ फाइटिंग के लिए दांग-नी लिटरेरी
अवार्ड जीत चुकी हैं। "बेबी बुद्ध" और "द वेजिटेरियन" पर फिल्में बनाई गई हैं।
"द वेजिटेरियन" फिल्म प्रतिष्ठित नार्थ अमेरिकन फिल्म फेस्ट के वर्ल्ड नैरेटिव
कंपटीशन में शामिल होने वाली 1,022 प्रस्तुतियों में से चुनी गई 14 फिल्मों
में से एक थी। इस फिल्म को सियोल इंटर नेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी महत्वपूर्ण
सफलता मिली थी। 2013 में 32 वर्षीय किम एरन से पहले तक यी जेंग लिटरेरी प्राइज
जीतने वाली सबसे कम उम्र की लेखिका थी। 2016 में छपी हान कांग की पुस्तक
"ह्यूमन एक्ट्स" को टेलीग्राफ से पाँच सितारों की और गुडरीड्स पर 4.37 की
संचयी रेटिंग प्राप्त हुई थी।