मूल नाम : लाल सिंह
कविता संग्रह : सतलुज की हवा, बहुत सारे सूरज, सत्थर आत्मकथा : दास्तान
14 अगस्त, 2007
हिंदी समय में लाल सिंह दिल की रचनाएँ