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रवि रंजन

रवि रंजन

परिचय

जन्म : 1 जनवरी 1962, मुजफ्फरपुर (बिहार)

भाषा : हिंदी

विधाएँ : आलोचना

मुख्य कृतियाँ

आलोचना : नवगीत का विकास और राजेंद्र प्रसाद सिंह, प्रगतिवादी कविता में वस्तु और रूप, सृजन और समीक्षा : विविध आयाम, लोकप्रिय कविता का समाजशास्त्र, भक्तिकाव्य का समाजशास्त्र और पद्मावत, अनमिल आखर, साहित्य का समाजशास्त्र और सौंदर्यशास्त्र : व्यावहारिक परिदृश्य
संपादन : आलोचना का आत्मसंघर्ष

सम्मान

डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वर्ण पदक 

संपर्क

ए-19, फैकल्टी क्वार्टर्स, हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस, हैदराबाद-500046

फोन

040-23133457, 09000606742

ई-मेल

rrsh@uohyd.ernet.in, raviranjan_hcu@yahoo.com

 

हिंदी समय में रवि रंजन की रचनाएँ



    आलोचना
  • अच्छी कुंठा रहित इकाई
  • अरथ अमित अति आखर थोरे
  • आलोचना का आत्मसंघर्ष (मैनेजर पांडेय का आलोचना कर्म)
  • आलोचना की संस्कृति और आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  • छायावादी विषाद-तत्व : मिथक और यथार्थ
  • जनता को रोटी से काम
  • त्रिलोचन की काव्यानुभूति की संस्कृति
  • दिनकर का आलोचना साहित्य
  • नवजागरणयुगीन हिंदी आलोचना और बालकृष्ण भट्ट
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  • प्रगतिशील कविता में शमशेरियत की शिनाख्त
  • प्रेमचंद के कथासाहित्य का समाजशास्त्र
  • भक्तिकाव्य का समाजशास्त्र और पदमावत
  • मानव अनुभूतियों की नई क्राइसिस से साक्षात्कार
  • राग दरबारी : यथास्थितिवाद के विरुद्ध खड्गहस्त बतरस की कला
  • राजेंद्र प्रसाद सिंह : नवगीत से जनगीत तक
  • लिखा हुआ बोलता-सा गद्य (नामवर सिंह के गद्य का सौन्दर्यशास्त्र)
  • विनोदकुमार शुक्ल के उपन्यासों का समाजशास्त्र
  • सौंदर्यशास्त्र का मार्क्सवादी परिदृश्य और मुक्तिबोध
  • सौंदर्यात्मक संवेदनशीलता की कविता
  • लेख
  • गीतकाव्य : रचना और अभिग्रहण

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