परिचय
मूल नाम : सुरेशचन्द्र शुक्ल
जन्म : 10 फरवरी 1954, लखनऊ, उत्तर प्रदेशभाषा : हिंदीविधाएँ : उपन्यास, कहानी, नाटक, कवितामुख्य कृतियाँ
कविता : (हिंदी में): वेदना, रजनी, नंगे पांवों का सुख, दीप जो बुझते नहीं, संभावनाओं की तलाश, नीड़ में फंसे पंख, गंगा से ग्लोमा तक और 'एकता के स्वर' (नार्वेजीय में): फ्रेममेदे फ्यूगलेर और मेल्लुम लिनयेने
उपन्यास : गंगा को वापसी
कहानी संग्रह : तारूफी ख़त, अर्धरात्रि का सूरज, सरहदों के पार.
नाटक : जागते रहो, अंतर्मन के रास्ते
अनुवाद : नार्वे की लोककथायें, एच सी अन्दर्ससन (डेनमार्क) की कथायें, हेनरिक इबसेन कृत नार्वेजीय नाटक: गुड़िया का घर, मुर्गाबी, समुद्र की औरत, क्नुत हामसुन कृत उपन्यास: 'भूख' का हिंदी में मूल भाषा से अनुवाद किया।
संपादन : (संकलन): प्रतिनिधि प्रवासी कहानियां, नार्वे की उर्दू कहानियाँ, स्कैंडिनेविया (नार्वे, स्वीडेन और डेनमार्क) का हिंदी काव्य और कथा साहित्य (कार्यरत), नार्वेजीय कवितायें (कार्यरत), समसामयिक प्रवासी कहानियां (कार्यरत), बीसवी सदी की प्रवासी कहानियां (कार्यरत)।
संपादन : (पत्र-पत्रिकायें) : श्रमाञ्चल, परिचय, वैश्विका, स्पाइल-दर्पण और www.speil.no
सम्प्रति: पत्रकार, आकेर्स आवेस ग्रूरुददालेन (नार्वेजीय भाषा का पत्र), ओस्लो, नार्वे : यूरोप सम्पादक, देशबंधु राष्ट्रीय दैनिक, नयी दिल्ली।
सम्मान
प्रथम ओस्लो इंटरनेशनल पोएट्री फेस्टिवल, ओस्लो, नार्वे (1985)। नोर्डिक जर्नलिस्ट सेमिनार, ओरहूस डेनमार्क (1986)। चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मलेन, मारीशस (1993). हिंदी संवाहक सम्मान, विश्व हिंदी समिति, न्यूयार्क, अमेरिका (1998). छठा विश्व हिंदी सम्मलेन, लन्दन, यू के (1999), विदेशों में हिंदी भाषा और साहित्य सेवा के लिए 'विश्व हिंदी सम्मान':हिन्दी अकादमी दिल्ली (2000)। नार्वेयीय लेखक यूनियन, ओस्लो, नार्वे(2001)। हिंदी प्रचारक शताब्दी सम्मान, नाथद्वारा, राजस्थान (2009)। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, लखनऊ द्वारा सम्मानित (2013)
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