परिचय
मूल नाम : दीर्घ नारायण
जन्म : 15.01.1968 (ग्राम बकैनियाँ, जिला अररिया, बिहार) भाषा : हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत विधाएँ : कहानी, उपन्यासमुख्य कृतियाँ
कहानी संग्रह:
1. पहला रिश्ता (अंतिका प्रकाशन, गाज़ियाबाद, 2016)
2. क्रांति की मौत (ज्योति पर्व प्रकाशन, गाज़ियाबाद, 2016)
3. हिंदुस्तान की डायरी (किताबघर प्रकाशन, नई दिल्ली, 2019)
4. चंदर की सरकार (किताबघर प्रकाशन, नई दिल्ली, 2021)
उपन्यास-
"रामघाट में कोरोना" किताबघर प्रकाशन से वर्ष 2023 में प्रकाशित।
सम्मान
सम्मान : नई धारा रचना सम्मान (2023),
साहित्यश्री सम्मान (वाराणसी साहित्यक संघ, 2023)
जनरल ऑफीसर कमांडिंग-इन-चीफ अवार्ड से तीन बार (2006, 2013 एवं 2015) सम्मानित ।
"उत्कृष्ट प्रशासन हेतु प्रधानमंत्री पुरस्कार" के लिए वर्ष 2009 एवं 2011 में नामित।
संपर्क
एस एन वाई कॉलेज रोड, रामबाग, पूर्णिया, बिहार 854301
संप्रति
भारतीय रक्षा संपदा सेवा में कार्यरत (निदेशक, रक्षा संपदा, मध्य कमान, लखनऊ)
फोन
9411115111
ई-मेल
drdnides@gmail.com
विशेष
समकालीन भारतीय साहित्य (साहित्य अकादमी) में प्रकाशित कहानी “यारसा गम्बू” काफी चर्चित तथा शिक्षा निदेशालय, दिल्ली (संपादक श्रीमति सुमन शर्मा) द्वारा पर्यावरण आधारित कहानी संकलन “आधा पेड़ आधे हम” में सम्मिलित। पाखी पत्रिका में प्रकाशित कहानी “रानीखेत हो आइये महाराज” रवीद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा हिन्दी साहित्य के 200 वर्षों की कथा यात्रा पर संकलित कहानी संकलन “कथा देश” के युवा खंड में सम्मिलित।