परिचय
जन्म : 11 जून, 1897, शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश
भाषा : हिंदी, उर्दू, अंग्रेजीविधाएँ : कविता, आत्मकथा, निबंधमुख्य कृतियाँ
कविता संग्रह : मन की लहर, क्रांति गीतांजलि
निबंध : स्वदेशी रंग, दि रिवोल्यूशनरी (पर्चा), मैनपुरी षड्यंत्र, स्वदेशी रंग, चीनी षड्यंत्र (चीन की राजक्रांति), तपोनिष्ठ अरविंद की कैद-कहानी, अशफाक की याद में, सोनाखान के अमर शहीद - वीरनारायण सिंह, जनरल जार्ज वाशिंगटन, अमरीका कैसे स्वाधीन हुआ?
आत्मकथा : निज जीवन की एक छटा
अनुवाद : कैथेराइन (दि ग्रैंडमदर ऑफ रशियन रिवोल्यूशन), बोल्शेविकों की करतूत (निहिलिस्ट-रहस्य : बांग्ला उपन्यास), यौगिक साधन (अरविंद घोष),
समग्र : सरफरोशी की तमन्ना (चार खंडों में उनकी सभी रचनाएँ संकलित)
निधन
19 दिसम्बर, 1927, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
विशेष
कांग्रेस से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करनेवाले बिस्मिल गुलाम भारत की आजादी के लिए शस्त्र उठनेवालों में से प्रमुख थे। वह भारत से अंग्रेजों के उपनिवेश को उखाड़ फेंकने के लिए बने संगठन ‘हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ के संस्थापकों में से एक थे। वह मशहूर काकोरी केस के प्रमुख सूत्रधार थे। इसकी कीमत उन्हें मात्र तीस साल की उम्र में फाँसी के रूप में चुकानी पड़ी। उन्होंने अपने छोटे-से जीवनकाल में अनेक पुस्तकें लिखीं, पर वे अंग्रेजी राज में हमेशा जब्त कर ली जाती रहीं। उनका कायदे से प्रकाशन आजादी के बाद ही मुमकिन हो पाया।