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 स्वामी सहजानन्द सरस्वती रचनावली

सम्पादक - राघव शरण शर्मा

अनुक्रमणिका

खंड - 1 खंड - 2 खंड - 3 खंड - 4 खंड - 5 खंड - 6

रचनावली : खंड - 1

भूमिका

ब्राह्मण समाज की स्थिति

भूमिका
पूर्वार्ध्द प्राचीन-प्रतिष्ठा

उत्तरार्ध्द आधुनिक अध:पात

झूठा भय और मिथ्या अभिमान

नमन पुनीत अमल को (दिनकर)
स्वामी सहजानन्द सरस्वती और किसान                                (महापण्डित राहुल सांकृत्यायन)

प्रकाशिका (स्व. आचार्य कुबेरनाथ राय)
पूर्व वक्तव्य (स्वामी सहजानन्द सरस्वती)
झूठा भय और मिथ्या अभिमान

ब्रह्मर्षि वंश विस्तार

नाम परिवर्तन (सहजानन्द सरस्वती)
स्वामी सहजानन्द सरस्वती-जीवन-वृत्त एवं कृतित्व
भूमिका

पूर्वार्ध्द-द्विविध ब्राह्मण विचार - 1
पूर्वार्ध्द-द्विविध ब्राह्मण विचार - 2
पूर्वार्ध्द-द्विविध ब्राह्मण विचार - 3
पूर्वार्ध्द-द्विविध ब्राह्मण विचार - 4
पूर्वार्ध्द-द्विविध ब्राह्मण विचार - 5
उत्तरार्ध्द-कण्टकोध्दार -1
उत्तरार्ध्द-कण्टकोध्दार - 2
पूर्व परिशिष्ट
उत्तर परिशिष्ट
परिशिष्ट

(शीर्ष पर वापस)

रचनावली : खंड - 2

मेरा जीवन संघर्ष

क्यों और किसलिए

पूर्व भाग पूर्व खंड


अध्ययन से संन्यास तक


मध्यभाग पूर्व खंड - I
मध्यभाग पूर्व खंड - II

मध्यभाग मध्य खण्ड

मध्यभाग उत्तर खण्ड

उत्तर भाग पूर्व खण्ड - I
उत्तर भाग पूर्व खण्ड - II
उत्तर भाग पूर्व खण्ड - III

लोकसंग्रह

उत्तर भाग मध्य खण्ड - I
उत्तर भाग मध्य खण्ड - II
उत्तर भाग मध्य खण्ड - III

उत्तर भाग उत्तर खण्ड - I
उत्तर भाग उत्तर खण्ड - II

अवशिष्ट भाग

किसान सभा के संस्मरण

विषय-प्रवेश
भारत में किसान आन्दोलन का संक्षिप्त इतिहास

किसान सभा के संस्मरण-I
किसान सभा के संस्मरण-II
किसान सभा के संस्मरण-III
किसान सभा के संस्मरण-IV
किसान सभा के संस्मरण-V

किसानों के दावे और कार्यक्रम के खरीते

किसानों के दावे और कार्यक्रम के खरीते

अब क्या हो?

अब क्या हो?

महारुद्र का महाताण्डव

महारुद्र का महाताण्डव
कांग्रेस-तब और अब

ढकाइंच का भाषण

ढकाइंच का भाषण
गया जिला में सवा दो मास
उद्धरण

संयुक्त वामपक्षी मोर्चा घोषणा पत्र

संयुक्त वामपक्षी मोर्चे की स्थापना पर वक्तव्य
भारतीय संयुक्त समाजवादी सभा : लक्ष्य तथा कार्यक्रम

परिशिष्ट

आओ साधने! आओ
मेरा भगवान
नग्न चित्र

रचनावली : खंड - 3

गीता-हृदय

गीता-सप्तश्लोकी
प्रारम्भिक शब्द

पहला : अन्तरंग भाग

1. गीता के मुख्य मन्तव्य

कर्तव्यके प्रश्न
अध्यात्मवाद और भौतिकवाद
गीता का समन्वय
श्रध्दा, दिल और दिमाग़
कर्म के भेद

यज्ञार्थ कर्म
ईश्वरार्पण और मदर्थ कर्म
कर्तव्य कर्म
स्वभाव के प्रभाव
महात्मा और दुरात्मा
संन्यास और लोक-संग्रह
आरुरुक्ष और आरूढ़

पूजा के भेद
गीता का योग
संन्यास और त्याग
आत्मा का स्वरूप
सांख्य और योग में अन्तर
व्यवसायात्मक बुद्धि

2. गीता धर्म और मार्क्सवाद

1.गीता धर्म

कर्म का पचड़ा
श्रध्दा का स्थान
धर्म व्यक्तिगत वस्तु है
धर्म स्वभावसिध्द है
स्वाभाविक क्या है ?

2. मार्क्सवाद और धर्म

द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद और धर्म
भौतिक द्वन्द्ववाद
धर्म, सरकार और पार्टी
दृष्ट और अदृष्ट
अर्जुन की मानवीय कमजोरियाँ
स्वधर्म और स्वकर्म
योग और मार्क्सवाद

3. गीता की शेष बातें

गीता में ईश्वर
ईश्वर हृदयग्राह्य
हृदय की शक्ति
आस्तिक-नास्तिक का भेद
दैव तथा आसुर सम्पत्ति
समाज का कल्याण
कर्म और धर्म
गीता का साम्यवाद

नकाब और नकाबपोश
रस का त्याग
मस्ती और नशा
ज्ञानी और पागल
पुराने समाज की झाँकी
तब और अब

यज्ञचक्र
अध्यात्म, अधिभूत, अधिदैव, अधियज्ञ
अन्य मतवाद
अपना पक्ष

4. कर्मवाद और अवतारवाद

ईश्वरवाद
कर्मवाद
कर्मों के भेद और उनके काम
अवतारवाद

5. गुणवाद और अद्वैतवाद

परमाणुवाद और आरंभवाद
गुणवाद और विकासवाद


गुण और प्रधान
तीनों गुणों की जरूरत
सृष्टि और प्रलय
सृष्टि का क्रम
अद्वैतवाद

स्वप्न और मिथ्यात्ववाद
अनिर्वचनीयतावाद
प्रातिभासिक सत्ता
मायावाद
अनादिता का सिध्दान्त
निर्विकार में विकार

गीता, न्याय और परमाणुवाद
वेदान्त, सांख्य और गीता
गीता में मायावाद
ब्रह्मज्ञान और लोकसंग्रह
असीम प्रेम का मार्ग
प्रेम और अद्वैतवाद
ज्ञान और अनन्य भक्ति
सर्वत्र हमीं हम और लोकसंग्रह

6. 'अपर्याप्तं तदस्माकम्'

7. 'जायते वर्णसंकर:'

8. 'ब्रह्मसूत्रपदैश्चैव'

9. 'सर्व धर्मान्परित्यज्य'

10. शेष बातें

उत्तरायण और दक्षिणायन
गीता की अध्याय-संगति
योग और योगशास्त्र
सिद्धि और संसिद्धि
गीता में पुनरुक्ति
गीता की शैली पौराणिक
गीतोपदेश ऐतिहासिक
गीता धर्म का निष्कर्ष

दूसरा : गीता भाग

पूर्वापर सम्बन्ध
प्रवेशिका
पहला अध्याय

दूसरा अध्याय - I
दूसरा अध्याय - II
तीसरा अध्याय
चौथा अध्याय
पाँचवाँ अध्याय
छठा अध्याय
सातवाँ अध्याय
आठवाँ अध्याय
नौवाँ अध्याय
दसवाँ अध्याय
ग्यारहवाँ अध्याय
बारहवाँ अध्याय
तेरहवाँ अध्याय
चौदहवाँ अध्याय
पन्द्रहवाँ अध्याय
सोलहवाँ अध्याय
सत्रहवाँ अध्याय
अठारहवाँ अध्याय -I
अठारहवाँ अध्याय -II

परिशिष्ट-I

ईश्वर की सत्ता
मानव सेवा ही असली वेदान्त
श्रीमद्भावगत में श्रीकृष्ण-चरित्र
शक्ति का सच्चा स्वरूप और उसका विकास
गीता का योग

परिशिष्ट-II

पूर्वमीमांसा दर्शन

(शीर्ष पर वापस)

रचनावली : खंड - 4

किसान क्या करें
इसकी जरूरत

         पहला भाग
1. खाना-पीना सीखें
2. आदमी की जिन्दगी सीखें
3. हिसाब करें और हिसाब माँगें

         दूसरा भाग
4. डरना छोड़ दें
5. लड़ना सीखें और लड़ें
6. भाग्य और भगवान पर न भूलें

        तीसरा भाग
7. वर्ग चेतना प्राप्त करें
8. नेताओं पर कड़ी नजर रखें
        चौथा भाग
9. किसान सभा को अपनाएँ
        पाँचवाँ भाग
10. अक्ल का अजीर्ण मिटाएँ
         छठा भाग
11. किसान सेवक और किसान कोष तैयार करें
12. यह क्या? लोक संग्रह

किसान कैसे लड़ते हैं?

बात क्या है?

खेत-मजदूर

प्रवेशिका
1. खेत-मजदूर...तब और अब
2. मजदूर या किसान

 

3. उनकी समस्याएँ
4. उनका समाधन
5. यह हो कैसे?

झारखंड के किसान

यह काम किसलिए
1. झारखंड की भूमि
2. जनसंख्या, भाषा आदि
3. शिक्षा का सवाल

4. किसान और जमींदार
5. किसानों की जमीनें और उनकी तकलीफें
6. जंगल की तकलीफें

7. कमिया के कष्ट और सूदखोरी की लूट
8. काश्तकारी कानून की दिक्कतें
9. किसानों की दूसरी तकलीफें
10. सहयोग समितियों का रवैया
11. झारखण्ड की अनुकरणीय बातें
12. टाटा और होमी
13. किसानों की मुख्य माँगें

किसानों को फँसाने की तैयारियाँ

प्रवेशिका
किसानों को फँसाने की तैयारियाँ

किसानों के दोस्त और दुश्मन

किसानों के दोस्त और दुश्मन

राजनीति और गाँधीवाद

राजनीति और गाँधीवाद

(शीर्ष पर वापस)

रचनावली : खंड - 5

क्रांति और संयुक्त मोर्चा

भूमिका : यह यों हुआ
1. क्रान्ति और उसकी किस्में
2. पूँजीवादी क्रान्ति और सर्वहारा क्रान्ति
3. सर्वहारा का नेतृत्व
 


4. वर्ग संघर्ष और सरकार
5. किसान और क्रान्ति
6. सर्वहारा का एकतन्त्र और गणतन्त्र
7a. संयुक्त मोर्चा - 1
7b. संयुक्त मोर्चा - 2

(शीर्ष पर वापस)

रचनावली : खंड - 6

  1. हाजीपुर जिला किसान सम्मेलन

  2. गया जिले की करुण कहानी

  3. बिहार प्रांतीय किसान सम्मेलन ( 12,13 जून, 1943 सोनपुर सारन )

  4. बिहार प्रांतीय किसान सभा का घोषणा-पत्र और किसानों की माँगें (1936)

  5. जंग और राष्ट्रीय लड़ाई ( 12 फरवरी 1942, नागपुर)

  6. नौंवाँ बिहार प्रांतीय किसान सम्मेलन ( 4-5 अप्रेल,1942, शेरघाटी, गया)

  7. ऑल इंडिया किसान सभा आठवाँ अधिवेशन ( 14-15 मार्च, बेजवाड़ा, आन्ध्रप्रदेश)

  8. भूमि-व्यवस्था कैसी हो?

  9. ज़मींदारी का ख़ात्मा कैसे हो?(मई 1946)

  10. अब क्या हो?( 24 अगस्त 1947)

  11. अखिल भारतीय समझौता विरोधी सम्मेलन, रामगढ (हजारीबाग, बिहार) 19-20 मार्च 1940.

  12. केन ग्रोवर्स कोऑपरेटिव कॉनफ्रेंस, पटना 7-8 अप्रेल,1947

  13. स्वामी जी की गिरफ्तारी का सुभाष चन्द्र बोस का अग्रलेख़

  14. जमींदारी क्या उठा दी जाए? ( अप्रेल,1939)

  15. किसान आन्दोलन क्यों और क्या?

  16. 10वाँ गया जिला किसान - सम्मेलन शकूराबाद ( गया, 15 अप्रेल 1945)

  17. 11वाँ मुंगेर जिला किसान - सम्मेलन रतनपुरा (बेगूसराय, 10 फरवरी 1945)

  18. दरभंगा जिला किसान - सम्मेलन 12वाँ अधिवेशन ( 8-9 जुलाई 1947, बिरुआघाट)

  19. 13वाँ बिहार प्रांतीय किसान - सम्मेलन (29-30जून 1946 बेरमो, ह्जारीबाग)

  20. बिहार प्रांतीय किसान - सम्मेलन, 14 वाँ अधिवेशन (21-22जून 1947 जहानाबाद, गया )

  21. बिहार प्रांतीय किसान - सम्मेलन, ( 12-13 मार्च 1949), ढकाइच, शाहाबाद)
  22. महारुद्र का महाताण्डव
  23. संयुक़्त वामपक्षी मोर्चा घोषणापत्र
  24. भारतीय समाजवादी सभा लक्ष्य तथा कार्यक्रम
  25. किसानों के दावे और कार्यक्रम के ख़रीते
  26. बिहार प्रांतीय किसान सभा की नियमावली
  27. बिहार प्रांतीय किसान सभा का विधान
  28. विरक्त महामण्डल, अयोध्या में स्वामी जी का अध्यक्षीय भाषण ( 9 अप्रैल, 1940 अयोध्या)  - भाग 1
  29. विरक्त महामण्डल, अयोध्या में स्वामी जी का अध्यक्षीय भाषण ( 9 अप्रैल, 1940 अयोध्या)  - भाग 2
  30. अखिल भारतीय किसान सभा की नियमावली

(शीर्ष पर वापस)

 

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